Namaste from Melbourne, Australia

दुनिया भर में, सभी हिंदू घरों और मंदिरों में, हम प्रत्येक नए उद्यम की शुरुआत हाथी भगवान गणेश को विशेष प्रसाद और प्रार्थना के साथ करते हैं।

"वक्रतुण्ड महाकाय" श्लोक भगवान गणेश को समर्पित हिंदू धर्म में एक लोकप्रिय प्रार्थना है। यहाँ इसका संस्कृत रूप दिया गया है:

" वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि सम्प्रभा

निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ "

"वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभा
निर्विघ्नं कुरु मे देवा सर्वकार्येषु सर्वदा "

"वक्रतुंड महाकाय" श्लोक भगवान गणेश को समर्पित एक हिंदू प्रार्थना है। इसका अर्थ सरल लेकिन गहरा है: यह सभी प्रयासों से बाधाओं को दूर करने के लिए भगवान गणेश का आशीर्वाद मांगता है। माना जाता है कि इस श्लोक का जाप करने से शुभता और सफलता मिलती है, क्योंकि यह गणेश की दिव्य ऊर्जा का आह्वान करता है, जिन्हें बाधाओं को दूर करने वाले और ज्ञान और बुद्धि के प्रदाता के रूप में सम्मानित किया जाता है। इसका प्रभाव आत्मविश्वास को प्रेरित करने और किसी के जीवन में चुनौतियों को दूर करने की शक्ति में निहित है।

आप सभी को आपके प्रयासों के लिए शुभकामनाएँ।
और आप सभी को वह सब प्राप्त हो जिसकी आप आकांक्षा रखते हैं।

नमस्ते,
सुनीला